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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : आईसीसी टूर्नामेंट्स के फाइनल मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को हराना हमेशा से ही कठिन रहा है। लेकिन इस बार साउथ अफ्रीका ने इतिहास रच दिया। टेम्बा बावुमा की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी। ये हार ऑस्ट्रेलियाई टीम को काफी गहरी लगी है, और अब वहां टीम में बड़े बदलावों की मांग तेज हो गई है।

पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने खुलकर अपनी राय रखी है। उन्होंने चयनकर्ताओं से अपील की है कि अब समय आ गया है जब युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जाए और उम्रदराज खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया जाए। जॉनसन का मानना है कि कुछ सीनियर खिलाड़ी सिर्फ अपनी विदाई को भव्य बनाने के लिए टीम में बने हुए हैं।

अब बदलाव जरूरी है – जॉनसन

अपने कॉलम में जॉनसन ने लिखा, "ऑस्ट्रेलिया को अब भविष्य की सोचनी चाहिए। कुछ खिलाड़ी सिर्फ अगली एशेज तक टीम में बने रहना चाहते हैं ताकि उनकी विदाई खास लगे। लेकिन क्या यह टीम के हित में है?" उन्होंने गेंदबाजी क्रम को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि अब प्रदर्शन के आधार पर चयन होना चाहिए, न कि नाम के आधार पर।

सवालों के घेरे में हेजलवुड और लियोन

जॉनसन ने विशेष रूप से जॉश हेजलवुड और नाथन लियोन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हेजलवुड ने हाल ही में आईपीएल को राष्ट्रीय टीम से ऊपर रखा, जो चिंता का विषय है। "पिछले कुछ सालों से उनकी फिटनेस चिंता का विषय रही है। आईपीएल को प्राथमिकता देना राष्ट्रीय टीम की अनदेखी जैसा है। वहीं, नाथन लियोन फाइनल के तीसरे दिन अपनी लय में नहीं दिखे, जो टीम के लिए नुकसानदायक साबित हुआ।"

उन्होंने आगे लिखा, "मिचेल स्टार्क, हेजलवुड, पैट कमिंस और लियोन – ये चारों बेहद सफल गेंदबाज हैं, लेकिन अब समय है कि हम यह देखें कि अगली पीढ़ी की तैयारी कहां तक हुई है।"

इस बयान के बाद क्रिकेट जगत में यह चर्चा और तेज हो गई है कि क्या ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में बड़े बदलाव होंगे या सीनियर खिलाड़ियों को एक और मौका मिलेगा?