
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गर्मी और बरसात के बीच अचानक हो रहे मौसम के बदलाव से शहर में बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। बेस अस्पताल की बाल रोग ओपीडी में प्रतिदिन 10 से 15 बीमार बच्चों का इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि इस समय डायरिया, वायरल फीवर, उल्टी-दस्त और पीलिया जैसे मामले तेजी से सामने आ रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएस बिष्ट ने बताया कि बच्चों में इन बीमारियों का मुख्य कारण दूषित व बासी भोजन है। साथ ही, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी वयस्कों की तुलना में कम होती है, जिससे वे जल्दी बीमार पड़ते हैं।
बच्चों में बीमारियों के बढ़ने के पीछे का कारण
डॉक्टरों के अनुसार, अचानक मौसम में बदलाव के कारण बच्चों की इम्युनिटी पर असर पड़ रहा है। तेज गर्मी के बीच अचानक बारिश और नमी से वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इससे बच्चे डायरिया, उल्टी-दस्त और बुखार जैसी समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं।
अस्पतालों में बच्चों की बढ़ती संख्या
बेस अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से बाल रोग विभाग में आने वाले बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। डॉ. बिष्ट के अनुसार, डायरिया और वायरल बुखार के अलावा अब कुछ बच्चों में पीलिया के लक्षण भी पाए जा रहे हैं। ऐसे बच्चों की तुरंत खून की जांच कराई जा रही है ताकि उचित उपचार मिल सके।
बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल कैसे करें?
परिवार को चाहिए कि इस मौसम में बच्चों की देखभाल विशेष रूप से करें। डॉक्टरों ने निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
बच्चों को संतुलित व पौष्टिक आहार दें
अधिक मात्रा में तरल पदार्थ दें (जैसे नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी आदि)
बासी और दूषित भोजन से पूरी तरह बचाएं
तली-भुनी चीजें खाने से रोकें
बच्चों को साफ-सुथरे वातावरण में रखें
कमरे का तापमान नियंत्रित रखें – न ज्यादा गर्म, न ज्यादा ठंडा
नवजात शिशुओं को पंखे और कूलर की सीधी हवा से बचाएं
बच्चों को हल्का व्यायाम या योग के लिए प्रेरित करें