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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमेरिका के इंडियाना के ग्रीनवुड स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में एक बार फिर तोड़फोड़ की गई है। यह घटना 10 अगस्त की रात की है, जिसमें आरोप है कि कुछ उपद्रवियों ने मंदिर के साइनबोर्ड और दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे थे। इसे एक 'जघन्य अपराध' के रूप में देखा जा रहा है। पिछले एक साल में मंदिर पर यह चौथा हमला है, जिससे हिंदू समुदाय में रोष है।

बीएपीएस पब्लिक अफेयर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के हमले समुदाय की एकता को और मज़बूत करते हैं। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने भी घटना की तस्वीरें साझा कीं और इसे खालिस्तानी समर्थकों का काम बताया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को 'हिंदुत्व' कहकर बदनाम करना इस तरह की नफ़रत को बढ़ावा देता है।

भारतीय दूतावास की प्रतिक्रिया

शिकागो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। महावाणिज्य दूत ने स्थानीय समुदाय और ग्रीनवुड के मेयर के साथ बैठक की और एकता व सतर्कता की अपील की। दूतावास ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

पहले भी हमले हुए हैं।

बीएपीएस पब्लिक अफेयर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा, "एक साल से भी कम समय में यह चौथी बार है जब हमारे मंदिर को नफ़रत के ज़रिए नुकसान पहुँचाया गया है। संगठन ने इसे हिंदू विरोधी घृणा अपराध बताया और नफ़रत के ख़िलाफ़ एकजुटता का आह्वान किया। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमलों की संख्या बढ़ रही है।"

भारत सरकार ने कड़ी निंदा की

मार्च 2024 में कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स स्थित बीएपीएस मंदिर में भी इसी तरह की तोड़फोड़ की गई थी। उस समय भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस घटना को "घृणित" बताया था और अमेरिकी जांच एजेंसियों से सख्त कार्रवाई करने और मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी।

कैलिफोर्निया में एक मंदिर को भी निशाना बनाया गया।

कैलिफ़ोर्निया हमले में, कथित तौर पर 'खालिस्तान जनमत संग्रह' से पहले, मंदिर की दीवारों पर आपत्तिजनक संदेश लिखे गए थे। BAPS संगठन ने स्पष्ट किया था कि वह कभी भी नफ़रत को पनपने नहीं देगा और शांति व करुणा को बनाए रखेगा। ग्रीनवुड घटना के बाद, भारतीय दूतावास और BAPS संगठन ने स्थानीय प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और दोषियों की गिरफ़्तारी की माँग की थी।

सख्त कार्रवाई की मांग

हिंदू संगठनों ने अमेरिकी प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पूजा स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी से कुछ दिन पहले हुए इस हमले से हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को गहरा ठेस पहुंची है।