
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमृतसर में जहरीली शराब से 27 मौतों के बावजूद अवैध शराब धड़ल्ले से बिक रही है। इसके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसके बाद सरकार को कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा। बिक्रम सिंह मजीठिया ने इस मामले को लेकर एक बार फिर पंजाब को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सरकार ने मजीठिया निर्वाचन क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों का शुरू में पोस्टमार्टम नहीं कराया। सरकार ने इस घटना को छुपाने के लिए हर संभव प्रयास किया।
अब बाबा बकाला साहिब हलके में खुलेआम अवैध शराब बेची जा रही है। नशीली दवाओं के खिलाफ युद्ध एक पीआर अभियान से ज्यादा कुछ नहीं है। पंजाब की कानून-व्यवस्था और नशीली दवाओं की समस्या अत्यंत गंभीर है। इस सबके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरपाल चीमा जिम्मेदार हैं ।
इस अवसर पर बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पहले दिन ही मौतें हो गई थीं, जिसके बाद मौतों की संख्या को छुपाया गया ताकि और मामले न बढ़ें। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है और यह सरकार काम के बजाय प्रचार पर केंद्रित है। पंजाब में नशे और खराब कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और हरपाल चीमा जिम्मेदार हैं ।
उल्लेखनीय है कि जहरीली शराब से हुई मौतों से घबराए लोगों ने खुद ही अमृतसर के बाबा बकाला साहिब में शराब की अवैध बिक्री का पर्दाफाश किया था। उन्होंने लिफाफों व बोतलों में अवैध शराब लाते लोगों को पकड़ा, जिससे स्पष्ट है कि यहां भी मजीठा की तरह ही खुदरा स्तर पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। पूछने पर उन्होंने बताया कि यह शराब एक दिव्यांग व्यक्ति बेच रहा था। वह 50 रुपए में एक थैली में शराब देता है। लोगों ने इसके तीन वीडियो बनाकर वायरल कर दिए। जब यह वीडियो वायरल होकर अमृतसर पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस की नींद खुली, जिसके बाद अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।