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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा आयोजित भूमि सुधार जनकल्याण संवाद कार्यक्रम में आम लोगों की शिकायतें सुनने के बाद विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। इसके बाद विभाग के प्रधान सचिव सीके अनिल और सचिव जय सिंह ने जिले के राजस्व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें सभी अंचल अधिकारियों (सीओ) को 15 दिनों के भीतर लंबित मामलों के निपटारे और खराब रैंकिंग सुधारने का स्पष्ट निर्देश दिया गया।

इस फैसले के बाद जिले में राजस्व सेवाओं के बेहतर होने की उम्मीद बढ़ गई है। विभाग ने यह भी साफ कर दिया है कि नए साल के पहले महीने में दोबारा समीक्षा की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।

लखीसराय को मॉडल जिला बनाने की घोषणा

लखीसराय में आयोजित समीक्षा कार्यक्रम के दौरान प्रधान सचिव सीके अनिल ने जिले को मॉडल जिला के रूप में विकसित करने की घोषणा की। इससे यह संकेत मिला है कि आने वाले दिनों में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की कार्यप्रणाली में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं और आम लोगों को समय पर सेवाएं मिलने की संभावना बढ़ेगी।

विधानसभा चुनाव के बाद जारी हुई रैंकिंग

विधानसभा चुनाव के कारण जुलाई 2025 के बाद अंचल अधिकारियों की रैंकिंग नवंबर 2025 में जारी की गई है, जिसमें अक्टूबर 2025 को आधार बनाया गया है।

रैंकिंग में सबसे पीछे रहे ये अंचल

अक्टूबर 2025 की राज्यस्तरीय रैंकिंग में

लखीसराय अंचल को 524वां स्थान

पिपरिया अंचल को 502वां स्थान

चानन अंचल को 452वां स्थान मिला है।

वहीं,

बड़हिया अंचल को 313वां

सूर्यगढ़ा अंचल को 351वां

रामगढ़ चौक अंचल को 229वां

हलसी अंचल को 114वां स्थान प्राप्त हुआ है।

चुनाव से पहले की स्थिति

जुलाई 2025 में जारी रिपोर्ट के अनुसार उस समय
पिपरिया 526वें, लखीसराय 497वें, सूर्यगढ़ा 403वें, चानन 443वें, बड़हिया 254वें, हलसी 185वें और रामगढ़ चौक 173वें स्थान पर था।

पिछले चार महीनों में दाखिल-खारिज, परिमार्जन प्लस और अन्य राजस्व सेवाओं के मामलों के लंबित रहने के कारण कई अंचलों की स्थिति और खराब हुई है। फिलहाल लखीसराय जिले की कुल रैंकिंग राज्य में 34वें स्थान पर है।