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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को खुली चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री यह साबित कर दें कि सराया इंडस्ट्रीज लिमिटेड—जिसमें पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को विरासत में 11% हिस्सा मिला है—ने 2007 से अब तक एक भी रुपया विदेशी फंडिंग में लिया हो, तो वे राजनीति छोड़ देंगे।

बादल ने यह भी साफ किया कि सराया इंडस्ट्रीज को सिर्फ एक बार, दिसंबर 2005 में विदेशी निवेश मिला था। उस समय अमेरिका की क्लियरवाटर कॉर्पोरेशन ने कंपनी में 25% हिस्सेदारी के बदले 35 करोड़ रुपये का निवेश किया था। यह सौदा पूरी तरह से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी के बाद ही हुआ था।

सुखबीर बादल ने कहा कि बिक्रम मजीठिया ने 2007 में राजनीति में कदम रखा था, और उस निवेश से उनका कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने यह भी दावा किया कि क्लियरवाटर कॉर्पोरेशन एक वैश्विक कंपनी है जिसने दुनिया भर में 50 हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया है।

उन्होंने बताया कि सराया इंडस्ट्रीज में जितने भी लेन-देन हुए हैं, उनकी आयकर विभाग द्वारा पूरी जांच हो चुकी है और उन्हें वैध पाया गया है। इसलिए मजीठिया के खिलाफ 540 करोड़ की विदेशी फंडिंग के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और बदनाम करने की साजिश हैं।

गन्ना खरीद और डिस्टिलरी से जुड़े सभी नकद लेन-देन की भी जांच हो चुकी है, और इसमें भी कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है। बादल ने साफ किया कि सराया इंडस्ट्रीज एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, जिसे पब्लिक लिमिटेड जैसा माना जाता है, लेकिन यह कंपनी मजीठिया से अलग है और उनके रोजमर्रा के संचालन में उनका कोई दखल नहीं है।

सबसे गंभीर आरोप में सुखबीर बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब पुलिस के डीजीपी पर दबाव बनाया कि वह मजीठिया के खिलाफ केस दर्ज करें। उन्होंने यह भी बताया कि 24 जून की रात को मुख्यमंत्री ने डीजीपी को फोन कर धमकी दी कि अगर सुबह तक केस दर्ज नहीं हुआ, तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा।

इस दबाव के चलते उसी रात 10:40 बजे सतर्कता विभाग को पत्र लिखकर मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई। फिर 25 जून की सुबह 4:40 बजे उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर दिया गया।

सुखबीर बादल ने इसे राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि मजीठिया को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे भ्रष्टाचार और गलत कामों का विरोध कर रहे हैं।