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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हिंदू धर्म में तुलसी को माता का स्थान दिया गया है और इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है। हालांकि, तुलसी के पौधे को लेकर कुछ सख्त नियम भी बनाए गए हैं, खासकर रात में तुलसी की पत्तियों को तोड़ना या छूना वर्जित है। यह सिर्फ अंधविश्वास नहीं है, बल्कि इसके पीछे गंभीर धार्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं। आइए जानते हैं कि रात में तुलसी तोड़ने से जीवन पर क्या नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र माना जाता है और यह लगभग हर घर के आंगन में पाया जाता है। शास्त्रों में तुलसी की पूजा और देखभाल के लिए विशेष नियम बताए गए हैं। शास्त्रों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कुछ विशेष दिनों और समयों पर तुलसी को छूना या तोड़ना नहीं चाहिए। इनमें रविवार, एकादशी और सूर्य या चंद्र ग्रहण के दिन शामिल हैं। इसके अलावा, सूर्यास्त के बाद यानी रात में तुलसी के पत्ते तोड़ना सख्त मना है।

धार्मिक मान्यताएं और आर्थिक नुकसान 

धार्मिक दृष्टि से तुलसी देवी लक्ष्मी का ही एक रूप है। शास्त्रों के अनुसार, रात में तुलसी की पत्तियां तोड़ना या पौधे को छूना देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को क्रोधित करता है। विद्वानों का मानना ​​है कि नियमों का उल्लंघन करके रात में तुलसी तोड़ना घर में कलह बढ़ा सकता है। इसके कारण व्यक्ति को आर्थिक तंगी, पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए समृद्धि बनाए रखने के लिए रात में तुलसी से दूर रहने की सलाह दी जाती है।

वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य

धर्म के साथ-साथ विज्ञान भी सलाह देता है कि रात में पौधों को परेशान न करें। वनस्पति विज्ञान के अनुसार, रात में पौधों की श्वसन प्रक्रिया बदल जाती है। रात के समय तुलसी की श्वसन गति धीमी हो जाती है और वह वातावरण में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और नमी का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस समय पत्तियां तोड़ने से पौधे की प्राकृतिक प्रक्रिया बाधित होती है, जिसके कारण उसके औषधीय गुण और ऊर्जा कम हो जाती है।

पूजा और देखभाल के लिए सही समय 

तुलसी के पौधे से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए सूर्योदय का समय सबसे अच्छा माना जाता है। सुबह के समय वातावरण में सात्विक और सकारात्मक ऊर्जा अधिक व्याप्त होती है। शास्त्रों के अनुसार, सुबह स्नान करने के बाद तुलसी को जल अर्पित करना चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर उसकी पत्तियां तोड़नी चाहिए। इस समय तोड़ी गई पत्तियां पूजा-अर्चना और औषधि के रूप में अधिक प्रभावी सिद्ध होती हैं, जो घर में सुख, शांति और स्वास्थ्य लाती हैं।

संक्षेप में, तुलसी के नियम केवल परंपरा ही नहीं हैं, बल्कि हमारे शारीरिक और आर्थिक कल्याण से भी जुड़े हैं। इसलिए, घर के सदस्यों को रात में तुलसी के पौधे को नहीं छेड़ना चाहिए और इसे हमेशा साफ-सुथरी जगह पर रखना चाहिए।