नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एक से 15 दिसंबर तक World AIDS Day के उपलक्ष्य में एड्स जागरुकता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया जाएगा।
पखबाड़े के दौरान स्वास्थ्य विभाग HIV एड्स को लेकर जागरुकता कार्यक्रम भी आयोजित करेगा। इसके अलावा एआरटी सेंटर द्वारा भी एचआइवी पाजिटिव मरीजों का इलाज करने के साथ ही उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयास पर जोर दिया जायेगा।
HIV यानि एड्स एक ऐसा वायरस है जो हमारी शरीर में इम्यूनिटी को कम कर देता है। इससे तरह तरह की बीमारियां लोगों को जल्द ही घेर लेती हैं। इसी अवस्था को एड्स कहते हैं।
सिरिंज से नशा करने वाले आपस में एक दूसरे पर प्रयोग की गई इंजेक्शन का इस्तेमाल कर लेते हैं। जिससे उन्हें उस वक्त तो होश नहीं रहता, मगर उनकी इस लापरवाही से HIV संक्रमण एक से दूसरे में जरूर पहुंच जाता है। ओएसटी (ओरल सबटीयूएड थेरेपी) सेंटर में ऐसे हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है, जो बार बार संक्रमित सुई का इस्तेमाल करते हैं। इनमें कई लोग HIV संक्रमित भी हैं। इसके साथ साथ असुरक्षित यौन संबंध HIV संक्रमण के मेन कारकों में से एक है।