Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सर्दियों में तले हुए खाद्य पदार्थ ज़्यादा खाए जाते हैं, लेकिन इन्हें खाने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। ठंड के मौसम में शरीर गर्म रहने के लिए ज़्यादा मेहनत करता है, इसलिए इन्हें खाने से गैस और एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है। कच्ची सब्ज़ियाँ और सलाद गर्मियों में स्वादिष्ट लगते हैं, लेकिन सर्दियों में ये शरीर को ठंडक पहुँचाते हैं। कच्चे खाद्य पदार्थों को पचने में ज़्यादा समय लगता है, जिससे पेट फूलना, गैस और बेचैनी बढ़ सकती है।
दही, छाछ और ठंडे डेयरी उत्पाद सर्दियों में सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ सर्दियों में गले और साइनस को प्रभावित कर सकते हैं। इनकी जगह गर्म दूध जैसे विकल्प चुनना बेहतर है। सर्दियों में त्योहारों और घर की बनी मिठाइयों के कारण चीनी का सेवन बढ़ जाता है। ज़्यादा चीनी न सिर्फ़ वज़न बढ़ाती है, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमज़ोर करती है, जिससे सर्दी-ज़ुकाम होने की संभावना बढ़ जाती है। गुड़ और खजूर जैसे विकल्प ज़्यादा फ़ायदेमंद होते हैं।
सर्दियों में चाय और कॉफ़ी का ज़्यादा सेवन शरीर में पानी की कमी कर सकता है। इससे त्वचा रूखी हो सकती है, थकान हो सकती है और नींद में खलल पड़ सकता है, इसलिए हर्बल चाय का सेवन करें।
सर्दियों में कई घरों में तीखी, मसालेदार ग्रेवी खाने का शौक होता है। इसका ज़्यादा सेवन सेहत के लिए तो नुकसानदेह है ही, पेट पर भी इसका सीधा असर पड़ता है। पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे गैस या सीने में जलन की समस्या हो सकती है।




